गुर्जरों का आंदोलन तेज, सरकार ने किया केस दर्ज

सोमवार, 25 मई 2015 (08:27 IST)
जयपुर। 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे गुर्जर आंदोलनकारियों ने रविवार को चौथे दिन भी आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य सड़क मार्ग भी जाम कर दिए। आज पांचवें दिन भी उनका आंदोलन जारी रहा।
गुर्जर नेताओं और सरकार के बीच की दूसरे दौर की संभावित बातचीत पर असमंजस बना हुआ है। वहीं, आंदोलनकारियों ने चौथे दिन दौसा के राष्ट्रीय राजमार्ग 11 और सवाई माधोपुर जिले के राजमार्गों पर जाम लगाया। 

सड़क व रेलवे मार्ग पूरी तरह से बाधित:
सड़क : रविवार को गुर्जर आंदोलनकारियों ने जयपुर-आगरा हाइवे पर जाम लगा दिया और इसके चलते रेल यातायात के साथ ही सड़क यातायात भी पूरी तरह से ठप हो गया। हाईवे पर जाम के चलते सिकंदरा चौराहे पर वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया। आगरा जाने वाली बसों को बंद करना पड़ा। जयपुर से रवाना होने वाली बसों को यही रोक दिया गया और भरतपुर व लोहागढ़ आगार की बसें भी महुआ में ही रोक दी गई।

रेल मार्ग  :  उधर, जयपुर-आगरा और दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पहले दिन से ही बंद है और ट्रेनों को अन्य रेलमार्ग से डायवर्ट किया जा रहा है। रेल्वे के अनुसार आंदोलन को देखते हुए कई रेलगाडियों को रद्द किया गया है जबकि कुछ का मार्ग बदलकर चलाई जा रही है। स्टेशन के आसपास चल रहे आंदोलन के मद्देनजर लम्बी दूरी की कई गाड़िया निरस्त की है तथा कुछ का मार्ग बदल दिया है। इनमें रद्द 45 एक्सप्रेस जिनमें 2 राजधानी (मुंबई), 2 दुरंतो ( पुणे, मुंबई) और 1 प्रीमियम (मुंबई) आंशिक रूप से रद्द 2 एक्सप्रेस ट्रेन रद्द हैं वहीं जिन ट्रेनों का रुट बदला गया उनमें 4 एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं जिनमें 2 राजधानी हैं।
 
सरकार ने सरकारी सम्पत्ति नष्ट करने, रेल और सड़क मार्ग अवरूद्ध करने समेत कई धाराओं में राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला सहित करीब दो हजार गुर्जर आंदोलनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

गुर्जर आरक्षण के लिए चल रहे आंदोलन के मुखिया कर्नल बैंसला पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया हैबयाना पुलिस ने बैसला पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार के खिलाफ काम करने और जनता को भड़काने का आरोप दर्ज किया है।

गौरतलब है कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अगुवाई में करीब 5,000 गुर्जर भरतपुर जिले में हिंडन शहर के पास दिल्ली-मुंबई रेल ट्रैक की फिश प्लेट्स को उखाड़ दिया और रेल ट्रैक पर बैठ गए हैं। इसलिए उन पर हत्या की कोशिश का आरोप लगा है।
 
सिंह ने सरकार पर आंदोलन की मुख्य मांग पर कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देने की बात कहते हुए कहा कि सरकार के पास ठोस प्रस्ताव होने पर ही बातचीत की जायेगी, सरकार ने पहले दौर की बातचीत में मांग को लेकर कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया है। 
 
गौरतलब है कि गुर्जर गत गुरुवार से भरतपुर जिले के दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर पीलूकापुरा में पटरियों पर बैठे हुए हैं जिससे रेल यातायात और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को रद्द किया गया है और कुछ  सवारी गाड़ियों को आंशिक रूप से परिवर्तित किया गया है जिससे यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

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