राष्ट्रीय राजमार्ग पर 13 फीट लंबा अजगर...

रविवार, 31 जुलाई 2016 (08:59 IST)
मथुरा। दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (संख्या-दो) पर शनिवार को अचानक एक लंबा-चौड़ा सांप निकल आया जिससे राह चलते लोगों व वाहन चालकों के बीच खलबली मच गई। उसे पकड़ने वाली संस्था का कहना है कि यह अजगर देश के ‘इंंडियन रॉक पाइथन‘ की नस्ल का था और यह प्रजाति धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है।
 
बाद में, अजगर देखे जाने की जानकारी मिलने पर वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कार्य करने वाली गैरसरकारी संस्था 'वाइल्ड लाइफ एसओएस' की रैपिड एक्शन टीम ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आखिर उस 13 फीट लंबे अजगर को पानी भरे गहरे गड्ढे में से बरामद कर लिया।
 
संस्था की पीआरओ सुविधा भटनागर ने बताया कि शनिवार को संस्था के वन्यजीव संरक्षण केंद्र पर सूचना मिली कि राजमार्ग पर मथुरा-आगरा के बीच शेरजंग बाबा की दरगाह के निकट एक लंबे-चौड़े अजगर को सड़क की ओर आते देखा गया है।
 
सूचना के बाद राजमार्ग पर हड़कंप मच गया। वाहन चालक रुक-रुक कर उसे देखने लगे। स्थिति यह थी कि अजगर खुद भयभीत हो अपनी जान बचाने का प्रयास करने लगा और जल्द ही वह राजमार्ग के विस्तार के लिए खोदे गए एक ऐसे गहरे गड्ढे में जाकर दुबक गया जो कुछ समय पहले बरसे पानी से लबालब भरा हुआ था।
 
भटनागर ने बताया कि तब वन्यजीव संरक्षण केंद्र निदेशक डॉ. बीजू राज के नेत्रृत्व में भेजी गई तीन सदस्यीय रैपिड एक्शन टीम ने दो घण्टे के अनवरत प्रयास से उसे उस गड्ढे से निकाल लिया तथा उसके लिए उपयुक्त पर्यावास (जंगली क्षेत्र) में छोड़ दिया गया।
 
डॉ. राज ने बताया कि अज़गर स्वस्थ था तथा उसकी हालत भी ठीक थी। संयोग से अनजान लोगों की छेड़छाड़ से उसे कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा था। तौलने पर उसका वजन 24.5 किग्रा था।
 
संस्था के सह-संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि जहरीला न होते हुए भी होते हुए भी अजगर द्वारा काटा जाना अथवा किसी जीव को अपनी कुंडली में जकड़ लेना बेहद घातक हो सकता है।
 
उन्होंने कहा कि इंडियन रॉक पायथन उनके पनपने के लिए अनुकूल पर्यावास में कमी के चलते विलुप्त होने लगे हैं। इसके अलावा आबादी में कमी का एक बड़ा कारण उनका अवैध शिकार और उन्हें अवैध रूप से पालने की प्रवृत्ति भी है। (भाषा) 
 

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