पुलिस के अनुसार, आरोपी छात्रों द्वारा धमकाने, मारपीट करने और उसका यौन शोषण किए जाने के बाद पीड़ित छात्र स्कूल की ऊंची दीवार फांदकर वहां से भागने में कामयाब हुआ। घटना के दो दिन बाद जब पीड़ित के पिता ने अपने पुत्र से बात करने के लिए मेयो स्कूल में फोन किया, तब उसके गायब होने की जानकारी उन्हें मिली।
दो दिन तक छात्र शिक्षण संस्था से गायब रहा, इसकी भनक ड्यूटी पर तैनात स्टाफ तक को नहीं लगी और तो और स्ट्डी के टाइम, हॉस्टल में और भोजन के समय भी किसी स्टाफ ने पीड़ित छात्र के बारे में पड़ताल नहीं की। संस्था में हड़कंप तो तब मचा जब पीड़ित के पिता ने बेटे के साथ हुए कुकृत्य की जानकारी संस्था प्रशासन को दी।
इसके अलावा अन्य छात्रों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। इधर, शिक्षण संस्था का प्रशासन बदनामी के डर से सामने आने को तैयार नहीं है। वहीं शिक्षण संस्था के ऊंचे रसूख के चलते पुलिस अपना मुंह नहीं खोल रही। हमने जिला पुलिस अधीक्षक से इस मामले की जानकारी के लिए संपर्क साधा, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला है।