इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने कछुए की इस प्रजाति को विलुप्त होती प्रजातियों की अपनी सूची में रखा है। इस कछुए के मांस और इसकी कठोर बाहरी परत के लिए बड़े पैमाने पर इसका शिकार किया जाता है। यह कछुआ प्रमुख रूप से उत्तरी और मध्य भारत, बांग्लादेश, नेपाल और पूर्वी पाकिस्तान में पाया जाता है।