अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि केलांग और मनाली के पुलिस बल ने संयुक्त रूप से एक बचाव अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि इसमें 10-12 घंटे लगे और शुक्रवार सुबह 4 बजे यह अभियान समाप्त हुआ, जिसके बाद वाहन अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
मनाली होटलियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा कि सड़क पर बहुत सारे वाहनों के कारण अक्सर ट्रैफिक जाम हो जाता है, लेकिन पंजीकृत कमरों में ठहरने वालों की संख्या वाहनों की आवाजाही के अनुसार नहीं है और ऐसा लगता है कि कई पर्यटक अनधिकृत स्थानों पर रह रहे हैं।
चंबा जिले के डलहौजी, सलोनी और चुराह इलाकों और पांगी घाटी में बर्फबारी हुई है और इलाका राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है। पर्यटकों ने आदिवासी किन्नौर जिले के कल्पा के साथ-साथ कुफरी, नरकंडा और कुकुमसेरी में भी हिमपात का आनंद लिया।
स्थानीय मौसम कार्यालय ने 31 दिसंबर को शुष्क मौसम की भविष्यवाणी की है और राज्य में होटल व्यवसाई नए साल की तैयारी कर रहे हैं और पर्यटकों को विशेष रात्रिभोज, पार्टियों और प्रतियोगिताओं की पेशकश कर रहे हैं।
कोठी में 15 सेंटीमीटर, खदराला, उदयपुर और कल्पा में पांच-पांच सेमी, पूह और सांगला में चार-चार सेमी, गोंडला, शिलारो और कुकुमसेरी में तीन सेमी हिमपात हुआ। अधिकारियों ने कहा कि शिमला, चंबा, किन्नौर और लाहौल और स्पीति में कुछ मार्गों पर भी यातायात बाधित हुआ।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)