सूत्रों के अनुसार रविवार दोपहर बाद सरगटिया करनपट्टी गांव निवासी महाजन प्रसाद की पुत्री कृष्णावती के तीन साल के पुत्र आर्यन की तबीयत अचानक खराब हो गई और खून की उल्टियां होने के कारण कुछ ही देर में उसकी मृत्यु हो गई। परिवार वालों को शक हुआ कि बच्चे की जान पड़ोस में रहने वाले पट्टीदार महातम के घरवालों द्वारा किए गए टोने के चलते हुई है।
उन्होंने बताया कि इस पर वह महातम के तीन वर्षीय नाती सुबोध और उसकी मां सुमित्रा को जबरन घर से उठा लाए। आरोप है कि प्रतिशोध में उन लोगों ने गांव के एक धर्मस्थल पर सुबोध को उसकी मां के सामने ही पटक-पटक कर मार डाला। सुमित्रा की भी इन लोगों ने बलि देने की कोशिश की,लेकिन वह किसी तरह बच गई।
गौरतलब है कि कई दिनों से महाजन के घर में टोना-टोटका का झाडफूंक किया जा रहा था। महाजन को आशंका थी कि पडोसी महातम ने किसी आसुरी शक्ति को उनके घर में प्रवेश करा दिया है जिसकी वजह से उनके घर में बीमारी बढ़ रही है। उनका यह अंधविश्वास तब चरम पर पहुंच गया जब बीमारी से उनके नाती आर्यन की मृत्यु हो गई। इसके प्रतिशोध में उन्होंने महातम के नाती की हत्या कर दी। (वार्ता)