सारदा घोटाला: मुकुल रॉय से अब पूछताछ नहीं

रविवार, 3 मई 2015 (12:15 IST)
कोलकाता। सारदा पोंजी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की विशेष अपराध शाखा ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मुकुल रॉय से इस मामले में दोबारा पूछताछ किए जाने या उन्हें आरोपी के रूप में नामजद करने की संभावना नहीं है।
 
सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि न तो हम मुकुल रॉय के बारे में चिंतित हैं, न ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाने या मामले में आरोपी के रूप में नामजद करने की हमारी कोई योजना ही है। इससे पहले सीबीआई ने इस साल पहली बार 30 जनवरी को रॉय को पूछताछ के लिए बुलाया था। 
 
इसके साथ ही ये कयास लगने शुरू हो गए थे कि पश्चिम बंगाल सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन मित्रा की तरह एजेंसी द्वारा रॉय को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मदन मित्रा फिलहाल हिरासत में हैं और जमानत का अनुरोध कर रहे हैं। मित्रा की पहचान सारदा घोटाला मामले में ‘प्रमुख साजिशकर्ता’ के रूप में की गई।
 
रॉय ने पूछताछ के बाद तब बताया था कि जब भी उन्हें दोबारा बुलाया जाएगा, वे एजेंसी के अधिकारियों के साथ पूरी तरह सहयोग करेंगे और उन्होंने सीबीआई से कहा कि असल सच्चाई बाहर आनी चाहिए।
 
इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख व्यक्ति रॉय को अखिल भारतीय महासचिव पद और अन्य पदों से हटा दिया गया था, लेकिन पार्टी में उनकी सदस्यता को बरकरार रखा गया।
 
अब तक इस मामले में सीबीआई कई आरोप पत्र दायर कर चुकी है जिनमें मित्रा, सारदा के मालिक सुदीप्त सेन, तृणमूल के निलंबित राज्यसभा सांसद कुणाल घोष और अन्य लोगों पर अभियोग लगाया गया था। (भाषा)
 

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