उन्होंने कहा कि आवेदन भौतिक रूप से भी स्वीकार किए जा रहे हैं और राज्य सरकार किसी भी कीमत पर योजना को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि यह उसकी जिम्मेदारी है। जारकीहोली ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ऐसी चीजें होती हैं, कुछ परीक्षण और त्रुटि होगी, इसमें कोई बड़ी बात नहीं, हम भौतिक रूप से भी (आवेदन) ले रहे हैं। एक महीने की देरी हो सकती है, इससे अधिक नहीं।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा योजनाओं को लागू करने के लिए राज्य सरकार की ओर से कोई उचित योजना नहीं होने का आरोप लगाने से जुड़े एक सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमने योजना बनाई थी, लेकिन केंद्र ने हमारे सिस्टम को हैक कर लिया है, जैसे वे ईवीएम के साथ करते हैं, इसलिए देरी हुई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारे सिस्टम को हैक कर रही है, हम इसकी मरम्मत कर रहे हैं। हम किसी भी कीमत पर इस योजना को लागू करेंगे, मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि यह हमारी जिम्मेदारी है, हम इसे करेंगे। जारकीहोली के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसे हास्यास्पद करार दिया।
उन्होंने कहा कि आप (जारकीहोली) एक मंत्री हैं, आपने कहा है कि आप अगले कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद के इच्छुक हैं, गंभीर रहें। मैं उन्हें सलाह देना चाहता हूं कि इस तरह के हास्यास्पद बयान देकर कर्नाटक की छवि को नुकसान न पहुंचाएं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने राज्य सरकार या मंत्री से आरोप साबित करने की मांग करते हुए कहा कि खोखले वादे करना और उन्हें पूरा करने में विफल रहने पर, हर दिन नई कहानियां सुनाना, कर्नाटक सरकार के लिए आदर्श बन गया है।(भाषा)