विजयाकुमारी ने कहा कि कस्तूरी ने जब अपनी प्रताड़ना के बारे में स्थानीय अधिकारियों को बताया तो उनकी नियोक्ता गुस्सा हो गईं और उन्हें खाना भी नहीं दिया जा रहा था। यह पूछे जाने पर कि उन्हें घटना के बारे में कैसे पता चला, इस पर विजयाकुमारी ने कहा कि उन्हें, उन एजेंटों के जरिए यह बात पता चली जिन्होंने उन्हें सऊदी भेजा था। उन्होंने कहा कि कस्तूरी पर 29 और 30 सितंबर के बीच की रात हमला किया गया।
विजयाकुमारी ने कहा कि अब वह रियाद के एक अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत गंभीर है। हमारी अपील है कि कृपया उन्हें तत्काल वापस लाया जाए और उनके इलाज में मदद किया जाए। कस्तूरी की बहन यहां रह रही हैं, जबकि उनका परिवार तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के मूंगिलेरेई गांव में रहता है। (भाषा)