इसमें कहा गया है कि टीएसपीएल के एक अधिकारी ने चीनी कर्मचारियों के लिए दोबारा वीजा जारी करने के एवज में कथित तौर पर 50 लाख रुपए की रिश्वत दी थी। हालांकि, कार्ति चिदंबरम ने सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने मामले को फर्जी और राजनीति प्रतिशोध का परिणाम करार दिया है।