6 माह पहले भारतीय सेना का भगौड़ा सिपाही आतंकी बना था, सेना ने मार गिराया

सुरेश डुग्गर
मंगलवार, 6 नवंबर 2018 (17:05 IST)
जम्मू। छह महीने पहले फौजी से आतंकी बने इद्रीस अहमद समेत हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मंगलवार की तड़के दक्षिण कश्मीर के सफनागरी शोपियां में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। दूसरे आतंकी की पहचान आमिर हुसैन राथर उर्फ अबु सोबन के रुप में हुई है।

आतंकियों की मौत के बाद पैदा हुए तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शोपियां के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए, आम लोगों को मुठभेड़स्थल को पूरी तरह सुरक्षित घोषित किए जाने तक जमा न होने की सलाह दी है।
 
इद्रीस अहमद लोन पुत्र मोहम्मद सुल्तान सेना की जैकलाई का जवान था और इसी साल अप्रैल माह के दौरान वह सेना को छोड़ हिजबुल मुजाहिदीन में भर्ती हो गया था। आतंकी बनने के बाद वह इद्रीस उर्फ छोटा अबरार के नाम से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
 
वह सफानगरी का ही रहने वाला था जबकि उसके साथ मारा गया आमीर हुसैन उर्फ अबु सोबन निकटवर्ती अवनीरा गांव का रहने वाला था। इद्रीस जब आतंकी बना था तो वह बिहार स्थित अपनी यूनिट से अवकाश लेकर घर आया था और आज तड़के जब मरा तो अपने घर परिजनों से मिलने आया था।
 
मारे गए दोनों आतंकी स्थानीय ही हैं और उनके पास से दो एसाल्ट राइफलें व अन्य हथियारों के अलावा कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। मारे गए आतंकियों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों के हवाले किए गए हैं। यह दोनों आतंकी जेनपोरा, शोपियां और उसके साथ सटे इलाकों में सुरक्षाबलों पर हमलों की विभिन्न वारदातों में शामिल थे।
 
इस बीच, आतंकियों की मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में तनाव पैदा हो गया। कुछ लोगों ने भड़काऊ नारेबाजी करते हुए सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया। लेकिन सुरक्षाबलों ने हल्का बल प्रयोग कर जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया। इस बीच, प्रशासन ने हालात को भांपते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके साथ ही लोगों को सूचित किया है। जब तक मुठभेड़स्थल को साफ कर सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता कोई वहां जमा न हो। मुठभेड़स्थल पर विस्फोटक बिखरे हो सकते हैं।
 
संबधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शोपियां में जेनपोरा के निकट स्थित सफानगरी में दो आतंकियों के अपने किसी परिचित के पास आने की सूचना पर आज तड़के ही सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने घेराबंदी कर ली। आज सुबह नमाज की अजान के साथ ही तलाशी शुरू की गई।
 
एक जगह छिपे आतंकियों ने खुद को फंसते देख जवानों पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया। लेकिन जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। सुबह साढ़े चार बजे शुरु हुई यह मुठभेड़ लगभग एक घंटे में दो आतंकियों के मारे जाने के साथ समाप्त हो गई।
 
 

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