एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बम फेंके जाने पर भाजपा समर्थक अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ पड़े और कुछ देर बाद जब वे फिर से इकट्ठा हुए तो पुलिस ने आगे किसी अप्रिय घटना की आशंका को टालने के लिए मार्च रोक दिया।
भाजपा ने आरोप लगाया कि उसके कार्यकर्ताओं पर हमले के पीछे टीएमसी का हाथ है।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पश्चिम बंगाल में जंगल राज चल रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।”