ट्रस्ट के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश हवारे ने बताया कि इस कदम का मकसद लाखों श्रद्धालुओं के समय को बचाना है। एसएसएसटी तीन महीनों के अंदर ‘प्लान दर्शन’शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि हम डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे और विभिन्न बुकिंग केंद्र खोलेंगे जहां भक्त अपने नाम पंजीकृत करा सकते हैं। एसएसएसटी उनकी यात्रा का वक्त तय करेगी। इस तरह से श्रद्धालु मंदिर में कतार में खड़े रहने से बच सकते हैं।
हवारा ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग के मुताबिक, ट्रस्ट ‘साईंबाबा नॉलेज शहर’ की स्थापना करेगा, जिसमें एक मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग, औषधीय और डिग्री कॉलेज होगा। एसएसएसटी फिलहाल शिरडी में एक कनिष्ठ कॉलेज (11वीं और 12वीं कक्षा) चलाता है। (भाषा)