आक्रोशित समर्थकों से बोले शिवपाल, हम लोग नेताजी के साथ

शुक्रवार, 16 सितम्बर 2016 (12:23 IST)
लखनऊ। पार्टी और कैबिनेट से नाटकीय ढंग के साथ दिए गए अपने इस्तीफे के बाद समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के साथ हैं। मुलायम सिंह यादव का अपने भाई और बेटे अखिलेश के बीच सुलह करने का प्रयास अब तक व्यर्थ साबित हुआ है।
 
यहां अपने 7, कालिदास मार्ग स्थित आवास पर नारेबाजी कर रहे समर्थकों को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि हम सभी को समाजवादी पार्टी को मजबूत करना है। हम नेताजी (मुलायम) के साथ हैं। उनका संदेश हमारे लिए एक आदेश है। हम पार्टी को कमजोर नहीं होने देंगे। हर परिस्थिति में हम नेताजी के साथ हैं। 
 
सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी की उत्तरप्रदेश इकाई के अध्यक्ष और भतीजे अखिलेश यादव के कैबिनेट में मंत्री पद से शिवपाल के इस्तीफे के बाद गुरुवार रात से ही पार्टी के आक्रोशित कार्यकर्ता उनके समर्थन में एकत्र हो गए थे। शिवपाल ने इन आक्रोशित कार्यकर्ताओं से कहा कि आपको पार्टी कार्यालय जाना चाहिए। हमें शांति से अपना संदेश नेताजी को देना है। 
 
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच गंभीर सार्वजनिक टकराव के गहरा जाने के बाद मुलायम गुरुवार शाम दिल्ली से यहां पहुंचे थे। उन्होंने दोनों नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की थी लेकिन दोनों के बीच शांति स्थापित नहीं हो सकी। ऐसे में शिवपाल ने पार्टी और सरकार में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
 
सूत्रों के मुताबिक शिवपाल की पत्नी सरला ने भी इटावा में जिला सहकारिता बैंक के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और उनके बेटे आदित्य ने भी प्रादेशिक सहकारिता संघ का अध्यक्ष पद छोड़ दिया है, हालांकि उन्होंने बताया कि खबर है कि मुलायम ने उनका इस्तीफा स्वीकार करने से इंकार कर दिया है।
 
यह पूरा विवाद उस समय खुलकर सामने आ गया था, जब मुलायम द्वारा अखिलेश को पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख पद से हटाकर शिवपाल को नियुक्त कर दिया गया था। इसके कुछ ही घंटे बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 13 सितंबर को शिवपाल से महत्वपूर्ण मंत्रालय छीन लिए थे। 
 
मुख्यमंत्री के साथ खड़े नजर आ रहे मुलायम के चचेरे भाई और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने गुरुवार को कहा था कि पार्टी के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष पद से अखिलेश को हटाकर नेतृत्व ने अनजाने में एक चूक की है। रामगोपाल यादव को मुख्यमंत्री के पक्ष में खड़ा हुआ माना जा रहा है।
 
उन्होंने स्पष्ट रूप से अमर सिंह का संदर्भ देते हुए इस संकट के लिए बाहरी लोगों को जिम्मेदार ठहराया। अमर सिंह कई साल बाद हाल ही में पार्टी में लौटे हैं। इस बीच कई विधायकों और मंत्रियों ने भी शिवपाल से मुलाकात की।
 
कुछ दिन पहले अखिलेश द्वारा खनन मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिए गए गायत्री प्रजापति भी शिवपाल के आवास पर गए। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे ने भी परिस्थिति का समाधान करने की कोशिश में शिवपाल यादव से मुलाकात की। (भाषा) 
 

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