इटावा में जन्मदिन पर रामगोपाल ने अपने पास खड़े शिवपाल का हाथ पकड़कर केक काटा और दोनों ने एक-दूसरे को केक खिलाया। बाद में दोनों एक साथ बैठे। कार्यक्रम में प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री शिवपाल पहले पहुंचे। उसके थोड़ी देर बाद रामगोपाल के पहुंचने पर शिवपाल ने उनके पैर छुए और माल्यार्पण कर तथा गले मिलकर उनका स्वागत किया।
दोनों नेता एक साथ मंच पर पहुंचे और साथ बैठे। जन्मदिन का केक काटने का समय आया तो रामगोपाल ने शिवपाल का हाथ थामकर साथ-साथ केक काटा और एक-दूसरे को खिलाया। दोनों कुछ देर तक साथ में मंच पर बैठे रहे। इस दौरान दोनों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। रामगोपाल शिकोहाबाद कस्बे में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के कार्यक्रम में शिरकत के लिए रवाना हुए तो शिवपाल उन्हें बाहर तक छोड़ने आए।
रामगोपाल के चले जाने के बाद शिवपाल ने मंच से अपने संक्षिप्त सम्बोधन में कहा कि सपा और यादव परिवार में कोई झगड़ा नहीं है और ना ही कभी था। मालूम हो कि सितम्बर 2016 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा उनके चाचा शिवपाल के बीच सत्ता और संगठन पर वर्चस्व के लिए शुरू हुई लड़ाई पिछले साल चरम पर पहुंच गई थी।