चौहान ने मीडिया से कहा कि जब-जब किसान पर संकट आया है, मैं वल्लभ भवन में अपने दफ्तर में नहीं बैठा, बल्कि किसानों के बीच गया। उत्पादन की लागत व विपणन आयोग का गठन करके हम किसानों की समस्या सुलझाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को सुरक्षा देना मेरा पहला राजधर्म है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के हाथों में पत्थर थमा दिए हैं। हम प्रदेश में उपद्रव करने वालों से सख्ती से निपटेंगे। मैं 10 जून को सुबह 11 बजे से भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर चर्चा के लिए बैठूंगा। जब तक प्रदेश में शांति कायम नहीं हो जाती, तब तक मैं उपवास रखूंगा।