रजक वर्ष 2009 में राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे। इससे पहले वे लालूप्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। वर्ष 2010 के चुनाव में वे जदयू के टिकट पर विधायक बने और नीतीश मंत्रिमंडल में जगह पाई। 2015 में जब राजद के साथ जदयू ने सरकार बनाई तब रजक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, लेकिन राजद से संबंध टूटने के बाद जब फिर से भाजपा के साथ जदयू की सरकार बनी तब एक बार फिर रजक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। (वार्ता)