सवा लाख की कार, एवरेज 50 किलोमीटर!

काम करने की जिद और लगन हो तो व्यक्ति अपनी हसरतें पूरी कर ही लेता है। ऐसा ही एक काम किया है इंदौर से करीब 27 किलोमीटर दूर स्थित गांव पाल कांकरिया में रहने वाले 42 साल के राजेन्द्र जाधव ने। उन्होंने एक कार बनाई है। इस कार की सबसे बड़ी खूबी यह कि यह कार 50 किलोमीटर का माइलेज देती है। इस कार को उन्होंने 'छोटी अप्सरा' नाम दिया है।

हैरत की बात यह कि पेशे से किसान राजेन्द्र ने इसके लिए किसी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं लिया है। वे सिर्फ 12वीं पढ़े हैं। इस कार के बनाने के पीछे राजेन्द्र जाधव का कहना है कि बा‍रिश के दिनों में मोटरसाइकल से गांव से निकलना दूभर हो जाता है। तब उन्होंने सोचा कि क्यों न ऐसी छोटी कार बनाई जाए जो सर्दी, बारिश, गर्मी सभी मौसम में आरामदायक हो। गांव की संकरी गलियों से भी यह कार आसानी से निकल जाती है। इस कार को राजेन्द्र जाधव ने इस तरह से डिजाइन किया है कि 50 की रफ्तार पर चलने पर भी यह कार पलटती नहीं है।
गर्मी और बारिश से बचाव के लिए वे कार पर ऊपरी हिस्सा लगा देते हैं। गांव वाले राजेन्द्र जाधव को 'दा साब' के नाम से जानते हैं। जब गांव की गलियों से बुलेट की आवाज करती हुई यह कार गुजरती है तो गांववाले कहते हैं 'दा साब' की कार आ गई।
अगले पन्ने पर, परिवार का साथ नहीं मिला...


इस कार के लिए परिवार के समर्थन पर राजेन्द्र जाधव का कहना है कि इस कार की लागत करीब 1 लाख 25 हजार रुपए आई है और परिवार वाले उनके इस आविष्कार के खिलाफ थे, लेकिन उन्होंने 6 वर्ष की मेहनत करके यह कार तैयार की।

अब वे इसे सजा-धजाकर गणतंत्र दिवस पर इंदौर में होने वाली परेड में शामिल करेंगे। इस कार में दो व्यक्ति आसानी से सफर कर सकते हैं। डीजल से चलने वाली इस कार में 5 हॉर्स पॉवर का इंजन लगा हुआ है। 250 किलो वजनी इस कार में 4 गियर हैं। रिवर्स गियर नहीं हैं।  इसे पार्क करने के लिए बड़ी जगह की जरूरत भी नहीं होती है। यह छोटी-सी जगह में पार्क हो जाती है। इसमें 3.50.80 साइज के टायर लगे हुए हैं। तो अब अगर आप गांव के नजदीक से गुजरें और 'दा साब' की कार आपको नजर आए तो उसे निहारे बगैर आप नहीं रहेंगे।

वेबदुनिया पर पढ़ें