सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे : असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार बाढ़ प्रभावित जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। इस दौरान करीमगंज में कुशियारा नदी को छोड़कर अन्य सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया। बारपेटा, कछार, दरांग, धेमाजी, गोलपाड़ा, कामरूप और करीमगंज के करीब डेढ़ लाख लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित है। मंगलवार को प्रभावितों की संख्या 1.53 लाख रही।
एक बुलेटिन के मुताबिक मंगलवार को कछार में 1 व्यक्ति की डूबने के कारण मौत की खबर है। इसके साथ ही इस वर्ष बाढ़, भूस्खलन एवं आंधी के चलते अब तक कुल 41 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें कहा गया कि करीमगंज 84 हजार पीड़ितों के साथ सबसे अधिक प्रभावित है, इसके बाद कछार में 52,400 और दरांग में साढ़े 6 हजार लोग बाढ़ से पीड़ित हैं।
बाढ़ प्रभावितों की सहायता के लिए जिला प्रशासन ने 149 राहत बचाव वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 26 हजार लोग शरण लिए गए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बुलेटिन के अनुसार इस समय 556 गांव जलमग्न हैं और 1547.35 हैक्टेयर भूमि में फसलें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। चिरांग, दरांग, ग्वालपाड़ा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, नगांव, नलबाड़ी, तामुलपुर, उदलगुड़ी, गोलाघाट, होजई और सोनितपुर में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचा क्षतिग्रस्त हो गया है।(भाषा)