मतभेद दूर करने के लिए पिछले कुछ दिन में मुलायम ने अखिलेश से, शिवपाल से और पूरे कुनबे से मुलाकात की। ये मुलाकातें यहां और उत्तर प्रदेश के सैफई में हुई है। मुलायम की कोशिशें फिलहाल कामयाब होती नहीं दिखाई दे रही हैं क्योंकि शिवपाल ने अपनी ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी’ का सपा में विलय से मना कर दिया है।
शिवपाल पिछले साल सपा से अलग हो गए थे और उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी। उन्होंने कुनबे में फूट के लिए रिश्ते के भाई एवं पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव को जिम्मेदार ठहराया था। बताया जा रहा है कि मुलायम ने अखिलेश और शिवपाल दोनों को समझाया है कि अगर परिवार एक नहीं हुआ तो इसके राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।