सूत्रों ने शनिवार को बताया कि इस मामले में सपा सांसद के निजी सहायक फरहत खान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में पहले ही तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जासूसी के मामले में इसे पहले पाकिस्तान उच्चायोग के एक अधिकारी को पुलिस ने हिरासत में लिया था लेकिन गिरफ्तारी से मिली राजनयिक छूट को देखते हुए भारत सरकार ने उसे 48 घंटे के भीतर देश छोड़कर चले जाने का आदेश दिया था।
उसे दस्तावेजों को लीक करने के मामले में राजस्थान के दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को पुलिस ने सीमा पर सीमा सुरक्षाबलों की तैनाती और देश की सुरक्षा से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज लेते हुए बुधवार को दिल्ली में रंगेहाथों पकड़ा था। उसे गोपनीय दस्तावेज पहुंचाने वाले दो व्यक्तियों मौलाना रमजान और सुभाष जांगीर को भी उसी दिन पकड़ा था। उन्हें 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस का मानना है कि पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े जासूसी कांड के तार काफी फैले हुए हैं इसमें कई और स्थानीय लोगों के जुड़े होने का संदेह है। पुलिस के अनुसार, ये लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहे हैं। (वार्ता)