मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि सोमवार मध्य रात्रि में श्रीलंकाई नौ सेना की उत्तरी कमान ने रामेश्वर निवासी 10 मछुआरों को उस समय रोक दिया और गिरफ्तार कर लिया जब वे श्रीलंकाई जल क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। मछुआरों को बाद में कानूनी कार्रवाई के लिए जाफना के मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक को सौंप दिया गया।
श्रीलंकाई सेना द्वारा बार-बार हो रहे हमलों को रोकने और दशकों पुराने मछुआरे मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और तमिलनाडु के मछुआरों के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच नई दिल्ली में होन वाली चर्चा के चंद घंटे पहले ही फिर से मछुआरों की गिरफ्तारी की खबर सामने आई है। मछुआरों ने केंद्र सरकार से श्रीलंका द्वारा जब्त की गई 138 नावों को भी तत्काल छोड़े जाने की मांग की है।
विदेश मंत्री के साथ यह बैठक श्रीलंकाई नौ सेना द्वारा कथित फायरिंग में रामेश्वरम के तटवर्ती थंगाट्चिमादम तटवर्ती इलाके के निवासी मछुआरे के ब्रिजतो के मारे जाने के विरोध में गत एक सप्ताह से पूरे राज्य में हुए आंदोलन के बाद बुलाई गई है। विभिन्न मछुआरा संघों के नेताओं ने मछुआरों की गिरफ्तारी पर कड़ा ऐतराज जताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। (वार्ता)