STF के निशाने पर ढाई लाख का मोस्टवांटेड बदन सिंह बद्दो

हिमा अग्रवाल
मेरठ। कानपुर कांड के बाद उत्तर-प्रदेश में अपराध की नर्सरी में फल-फूल रहे शातिरों के विनाश के लिए सरकार ने कमर कस ली है। पश्चिमी उत्तर-प्रदेश गैंगस्टर अब पुलिस के निशाने पर है, लेकिन 15 महीने पहले पुलिस की गिरफ्त से फरार डॉन बदनसिंह बद्दो कहां है, यह किसी को नही पता। उत्तर-प्रदेश पुलिस और यूपी एसटीएफ ने बदन सिंह बद्दो (Badan Singh Baddo) पर ढाई लाख का इनाम घोषित किया हुआ है, देश से विदेश तक अपना नेटवर्क फैलाने वाले इस डॉन की तलाश में एसटीएफ ने अपना जाल बिछा दिया है। 
 
थाने में में सूट-बूट पहने इस शख्स को देखकर आप चौंक गए होंगे। आपको लगता होगा कि ये हाईप्रोफाइल व्यक्ति कोई अधिकारी या सफेदपोश व्यक्ति होगा। जी नहीं, ना ये कोई अधिकारी है और ना नेता। ये अपराध की दुनिया का शहंशाह बदन सिंह बद्दो है, जो शासन की मोस्टवांटेड सूची में पहले नम्बर पर है। 
 
बेरीबाग ट्रांसपोर्ट नगर मेरठ का रहने वाला कुख्यात बदमाश बदन सिंह बद्दो बेहद शातिर किस्म का है। हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो पर है विभिन्न थानों में 40 अपराधिक मामले हत्या, रंगदारी और अपहरण से जुड़े मामले दर्ज है और कई टीमें फरार बदन सिंह बद्दो की तलाश में जुटी है।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब 28 मार्च 2019 को मेरठ में चुनावी रैली कर रहे थे, ठीक उसी वक्त पश्चिमी उत्तरप्रदेश का कुख्यात डॉन बदनसिंह बद्दो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उस समय बद्दो फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल में बंद उम्रकैद की सजा काट रहा था, उसे एक केस की पेशी के लिए गाजियाबाद कोर्ट में पेश करने के लिए लाया गया था।

उसने पुलिसवालों पर ऐसा जादू चलाया कि वह उसे गाजियाबाद कोर्ट में पेशी कराने के बाद मेरठ के एक होटल में ले आए। बद्दो ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाया और घरवालों से मिलने के बहाने होटल से बाहर आया और रफूचक्कर हो गया।

पुलिस महीनों बद्दो के पांव के निशान तलाशने के लिए उसके मददगारों को जेल भेजती रही, लेकिन बद्दो को क्या पुलिस तो मेरठ में रह रहे उसके बेटे सिकंदर को आज तक खोज नहीं पाई। फरारी के बाद बदनसिंह बद्दो की लोकेशन दिल्ली के लाजपतनगर मेट्रो स्टेशन तक मिली, लेकिन पुलिस के हाथ खाली रहे।

पुलिस ने उसके विदेश फरार होने डर से रेडकॉर्नर नोटिस जारी कर दिया लेकिन आज तक बद्दो का कोई सुराग नही मिला है। उत्तरप्रदेश पुलिस के अफसरों ने 25 हजार से शुरू करके उसके ऊपर ढाई लाख तक का इनाम कर दिया...लेकिन कानून के हाथों से बद्दो ऐसा फिसला कि उसका साया तक पुलिस की आंखों को दिखाई नही दिया। 
 
कुछ महीनों पहले उसके फेसबुक प्रोफाइल पर उसके नीदरलैंड में होने की पुष्टि हुई। उसने एक फेसबुक पोस्ट के जरिये यूपी पुलिस के पूर्व डीजीपी ब्रजलाल को अपना निशाना बनाया, लेकिन पुलिस यह भी तलाश नही कर पाई कि यह यह फेसबुक कहां से अपडेट हुआ था?
 
कानपुर कांड के बाद धूलफांक रही बद्दो की फाइल पर से पुलिस ने एक बार फिर से धूल साफ करनी शुरू कर दी है। बद्दो की फरारी में अहम भूमिका निभाने वाले व्यापारी नेता अनिल छाबड़ा और होटल मालिक मुकेश गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और साथ ही बद्दो के नजदीकियों पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है।
 
हाई प्रोफाइल बदनसिंह बद्दो की पत्नी ऑस्ट्रेलिया में होटल व्यवसायी है। पुलिस को शक है कि बद्दो या तो ऑस्ट्रेलिया में हो सकता है या नेपाल के रास्ते भाग कर मलेशिया में छुपा हुआ है लेकिन रेड कॉर्नर जारी होने के बाद यदि बद्दो विदेश भाग गया तो पुलिस पर उंगलियाँ उठना लाजमी है।

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