mizoram stone quarry collapses: मिजोरम के आइजोल जिले में पत्थर की एक खदान ढह जाने से 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग लापता हो गए। पुलिस के मुताबिक, चक्रवाती तूफान 'रेमल' के प्रभाव से लगातार हो रही बारिश के बीच इलाके में मंगलवार को सुबह यह हादसा हुआ। ALSO READ: चक्रवाती तूफान रेमल का कहर, बंगाल में 15000 घर तबाह, 2 लोगों की मौत
पुलिस ने बताया कि घटना आइजोल शहर के दक्षिणी, बाहरी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई।
आइजोल की उपायुक्त नाजुक कुमार ने बताया कि अब तक 12 शवों को बरामद किया गया है जबकि कई अन्य लोग मलबे में फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हम और शवों की तलाश कर रहे हैं। जब तक पूरे घटनास्थल को साफ नहीं कर दिया जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा।''
पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने बताया कि भारी बारिश के कारण घटनास्थल पर बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है। बारिश के कारण राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है और कम से कम दो लोग पानी के तेज बहाव में बह गए।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पत्थर की खदान ढहने से जान गंवाने वाले लोगों में चार वर्ष का एक लड़का और छह साल की लड़की भी शामिल है। हमने घटनास्थल से दो लोगों को जीवित बाहर निकाला है।
एक अधिकारी ने बताया कि हुनथर में राष्ट्रीय राजमार्ग छह पर भूस्खलन के कारण आइजोल का संपर्क देश के बाकी हिस्सों से टूट गया है। आइजोल के सेलम वेंग में भूस्खलन से एक इमारत ढह जाने के बाद तीन लोग लापता हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है। इसके अलावा कई अंतर-राज्य राजमार्ग भी भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने खदान ढहने सहित बारिश के कारण हुई घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने खदान के ढहने की घटना में मारे गए मिजोरम के आठ लोगों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए के चेक सौंपे और कहा कि शेष राशि उन्हें जल्द ही दी जाएगी।
बारिश के कारण सभी स्कूल बंद कर दिए गए और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया है। (भाषा)