उन्होंने कहा कि कारण जो भी हों, लेकिन यह बात सही है कि भारत की आजादी के बाद से अब तक की बात करें तो इतने जवान शहीद हो चुके हैं, उतने किसी महायुद्ध में भी नहीं होते। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के कर्मी तालाब खुदाई का मामला हो या फिर वृक्षारोपण का, समाज से जुड़े सभी मामलों में ये सक्रिय भागीदारी करते हैं।