बताया गया है कि नानपुरा इलाके के रहने वाले जब्बार भाई ने बकरीद के लिए जिस बकरे को खरीदा है, उसका नाम तैमूर है। ढाई बरस के तैमूर की देखभाल आठ महीने से एक चरवाहा कर रहा था, उसी से इसे खरीदा है।
कुर्बानी वाले इस बकरे को डाइट में अब काजू, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी, चारा, मुरब्बा के साथ ही रोजाना चार लीटर दूध भी पिलाया जा रहा है। इतना ही नहीं, इस बकरे की प्रतिदिन एक घंटे मालिश भी की जाती है।