पुलिस ने आरोप पत्र में कहा था कि गेपी ने बच्चे को चॉकलेट का लालच देने के बाद इस अपराध को अंजाम दिया था। पुलिस को 12 फरवरी, 2011 को इच्छानगरपटना गांव के एक नाले से उसका सिरकटा शव मिला था। बच्चा समीप के गांव दामोदरपुर का निवासी था।
पुलिस के अनुसार, बच्चे का सिर पूजा की कुछ सामग्री के साथ तांत्रिक के घर में गाड़ दिया गया था। बच्चे के माता-पिता ने अपने बेटे की गुमशुदगी के बारे में 17 फरवरी, 2010 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान गेपी को पकड़ा था।