बैठक में जारी फरमान के अनुसार, 'अविवाहित महिला को मोबाइल फोन नहीं रखना चाहिए। यदि उन्हें मोबाइल फोन के साथ पकड़ा जाता है तो उनके माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।' बैठक के दौरान नेताओं ने कहा कि अंतरजातीय विवाह करने वाले युवाओं के माता-पिता को डेढ़ से दो लाख रुपए जुर्माना भरना होगा।
क्यों लगाया प्रतिबंध : इस सवाल का जवाब देते हुए दांतीवाड़ा से समुदाय के एक नेता सुरेश ठाकोर ने कहा कि लड़कियों पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है ताकि वे पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। कांग्रेस विधायक गनीबेन ठाकोर ने भी कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर रोक में उन्हें कुछ गलत नहीं दिखाई देता। उन्हें तकनीक से दूर रहना चाहिए और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
डीजे, आतिशबाजी पर भी रोक : इसके अलावा शादी समारोहों पर अनावश्यक खर्च कम करना भी इन फैसलों में शामिल है। इनमें डीजे, आतिशबाजी और बड़ी बारातों पर रोक का फरमान है।