भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और भाजपा उम्मीदवार हुड्डा हरियाणा विधानसभा चुनाव में रोहतक जिले के जाट बहुल महम विधानसभा क्षेत्र में बहुकोणीय चुनावी मुकाबले का सामना कर रहे हैं। भाजपा के इस निर्वाचन क्षेत्र से अपनी पहली चुनावी जीत का स्वाद चखने का दावा करते हुए हुड्डा ने कहा, कोई भी महम में कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) को खिलने से नहीं रोक पाएगा।
महम विधानसभा क्षेत्र को कभी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल का गढ़ माना जाता था। वह 1982, 1985 और 1987 में यहां से विधायक बने। इसके बाद कांग्रेस के आनंद सिंह डांगी चार बार (1991, 2005, 2009 और 2014) विधायक चुने गए। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में डांगी को निर्दलीय उम्मीदवार बलराज कुंडू ने 12,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।
भाजपा उम्मीदवार हुड्डा का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक आनंद सिंह डांगी के बेटे बलराम डांगी और मौजूदा विधायक बलराज कुंडू से है, जिन्होंने हरियाणा जनसेवक पार्टी बनाई है। बागी भाजपा नेता शमशेर सिंह खरकड़ा की पत्नी राधा अहलावत भी इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं। खरकड़ा ने 2014 और 2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
हुड्डा ने कुंडू और पिछले विधायकों पर क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत बहुत खराब है और जलभराव की समस्या है। उन्होंने वादा किया कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो वह सड़कों, गलियों की हालत सुधारेंगे और अन्य स्थानीय मुद्दों का समाधान करेंगे।
उन्होंने कहा, मैं यहां एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए भी काम करूंगा। निर्वाचन क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज की मांग करूंगा। यह पूछे जाने पर कि चुनावी लड़ाई में वह किसे अपना मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मानते हैं, हुड्डा ने कहा कि मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour