उल्लेखनीय है कि पार्टी की राज्य इकाई में गुटबाजी को खत्म करने के लिए हुए फेरबदल के बाद अमरिंदर सरकार के मंत्रिमंडल में भी फेरबदल की संभावना को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। पार्टी नेतृत्व ने पिछले महीने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले, मादक पदार्थ और बिजली खरीद समझौते सहित 18 मुद्दों पर कदम उठाने को कहा था।
उन्होंने कहा कि इस समय पार्टी की स्थिति ठीक है और चुनाव तक इस स्थिति को और मजबूत किया जाएगा। अमरिंदर सिंह यहां पर महान क्रांतिकारी उधम सिंह के 82वें शहीदी दिवस पर उन्हें समर्पित स्मारक का लोकार्पण करने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। खबरों के मुताबिक अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में तत्काल फेरबदल की संभावना से इनकार किया है। लेकिन कहा है कि वह अपने दिल्ली दौरे के दौरान निश्चित तौर पर पार्टी नेतृत्व से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। खड़गे समिति द्वारा दिए 18 सूत्री एजेंडे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में 'कुछ भ्रम' की स्थिति है क्योंकि उनकी सरकार पहले ही इस एजेंडे के कई बिंदुओं को लागू कर चुकी है और बाकी पर काम जल्द पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे को उनके साथ हुई बैठक में इन मुद्दों से अवगत करा दिया है। उल्लेखनीय है कि पंजाब में कांग्रेस इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष सिद्धू अपनी बैठकों में इस 18 सूत्री एजेंडे का मुद्दा उठा रहे हैं और कह रहे कि इन्हें लागू किया जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव के खाका के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पहले ही 93 प्रतिशत अपने चुनावी वादों को पूरा कर चुकी है और जल्द 95 प्रतिशत तक वादों को पूरा कर देगी।(भाषा)