वन विभाग के प्रवक्ता और जूनागढ़ के मुख्य वन संरक्षक डीटी वसावड़ा ने मंगलवार को बताया कि सोमवार मध्य रात्रि के बाद लगभग पौने एक बजे यह घटना तब हुई जब एक ही समूह के कुछ छह शेर रेल पटरी पर जा रहे थे। इनमें से डेढ़ से दो साल उम्र के दो नर तथा लगभग डेढ़ साल की एक मादा शेरनी की कटकर मौत हो गई। मालगाड़ी बोटाद से पीपावाव जा रही थी।
ज्ञातव्य है कि गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में तीन जिलों जूनागढ़, गिर सोमनाथ और अमरेली में 1800 वर्ग किमी से अधिक में फैले गिर वन में 2015 की पिछली सिंह गणना के अनुसार 523 शेर थे। यह दुनिया में एशियाई शेरों की एकमात्र शरणस्थली है। (वार्ता)