घटना के बाद बाघ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। हाईवे पर मौजूद वन चौकियों से संदिग्ध वाहन तलाशने को कहा गया, लेकिन गाड़ी के बारे में कोई जानकारी समाचार लिखे जाने तक नहीं मिल सकी।
डिप्टी रेंजर फतेहपुर किशोर गोस्वामी ने बताया कि डिविजन के अफसरों को इस बाबत सूचना दे दी गई थी। मृतक बाघ शारीरिक तौर पर काफी मजबूत था। अफसरों ने रात में वन्यजीवों के सड़क किनारे मूवमेंट करने को लेकर नजर रखने को कहा है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपित चालक व वाहन के बारे जानकारी हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है।