tomatoes become expensive: बारिश शुरू होने के बाद यूं तो सभी सब्जियां महंगी हो गई हैं, लेकिन रसोई की रंगत टमाटर के दाम आसमान को छू रहे हैं। जो टमाटर कुछ समय पहले 20 से 30 रुपए किलो बिक रहा था, अब उसी टमाटर के दाम 80 से 100 रुपए पहुंच गए हैं।
न सिर्फ इंदौर बल्कि राजधानी दिल्ली, बेंगलुरु (कर्नाटक), भोपाल (मध्य प्रदेश) उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में भी टमाटर लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है। भिंडी, गिलकी (तोरई), लौकी आदि सब्जियां के दाम भी काफी बढ़ गए हैं।
दरअसल, बढ़े हुए भावों का सबसे बड़ा कारण बारिश के चलते आवक का कम होना बताया जा रहा है। साथ बारिश के कारण सब्जियां जल्दी खराब भी हो जाती हैं। चूंकि बढ़े शहरों में मांग की तुलना में स्थानीय आवक कम होती है, ऐसे में व्यापारियों को दूसरे राज्यों से माल मंगाना पड़ता है।
इंदौर के सब्जी विक्रेता बलराम मौर्य ने बताया कि शहर में टमाटर राजस्थान और महाराष्ट्र से आता है। बारिश के चलते वहां से पर्याप्त मात्रा में आवक नहीं हो रही है। स्थानीय स्तर पर आवक सीमित होती है, साथ ही बारिश के कारण टमाटर खराब भी हो जाता है। इसलिए टमाटर के दामों में अचानक उछाल आया है।
मौर्य ने बताया कि टमाटर के अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं। हालांकि जिस तेजी से टमाटर के दाम बढ़े हैं उतनी तेजी से दूसरी सब्जियों के दाम नहीं बढ़े हैं। आलू-प्याज के दामों में कोई अंतर नहीं आया क्योंकि इन्हें स्टोर करके रखा जा सकता है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala