गोरखपुर में ट्रेन हादसा, 13 की मौत

बुधवार, 1 अक्टूबर 2014 (08:05 IST)
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के निकट कल रात एक तेज रफ्तार ट्रेन के कथित रूप से सिग्नल तोड़कर एक अन्य ट्रेन से टकराने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 47 अन्य घायल हो गए।
 
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने बताया, गोरखपुर और कैंट रेलवे स्टेशनों के बीच कल रात लगभग 10 बजकर 47 मिनट पर नंदानगर रेलवे क्रॉसिंग के निकट लखनऊ से बरौनी जा रही बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन लूप लाइन से गुजर रही थी कि बगल की पटरी से गुजर रही मडुआडीह-लखनऊ कृषक एक्सप्रेस सिग्नल तोड़कर आगे बढ़ी और उसने बरौनी एक्सप्रेस के पीछे के तीन कोच को टक्कर मार दी। तीनों कोच पटरी से उतर गए। सिंह ने बताया कि बरौनी एक्सप्रेस के तीनों कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
 
इस बीच प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) ए सतीश गणेश ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, ‘दो महिलाओं सहित 13 लोगों की दुर्घटना में मौत हुई है जबकि 47 अन्य घायल हो गए।’ उन्होंने बताया कि सात मृतकों की पहचान कर ली गई है। मृतकों के नाम प्रदीप राव (25), अखिलेश कुमार (21), अलीमुद्दीन (28), शत्रुघ्न गुप्ता (22), अमृता कुमारी (15), राम विलास (50) और अमन दुबे (19) हैं।
 
गणेश ने कहा कि अन्य मृतकों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती घायलों में से 12 की हालत गंभीर बताई गई है। सिंह ने बताया कि कृषक एक्सप्रेस के लोको पायलट राम बहादुर और सहायक लोको पायलट सत्यजीत को लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
 
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि कृषक एक्सप्रेस को सिग्नल पर रूकना चाहिए था लेकिन उसने सिग्नल तोड़ा। कृषक एक्सप्रेस लखनऊ की ओर जा रही थी जबकि बरौनी एक्सप्रेस लखनऊ से आ रही थी।
 
रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा आयुक्त पीके वाजपेयी की देखरेख में जांच का आदेश दिया गया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि त्वरित कार्रवाई बल, गोरखा रेजीमेंट और रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया।
 
उन्होंने बताया कि दुर्घटना और यात्रियों की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नम्बर शुरू किए गए हैं। राहत कार्य के लिए गोरखपुर से विशेष ट्रेन मौके पर पहुंच गई है। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर हैं।
 
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह दुर्घटना दु:खद है। इस दुर्घटना के बाद रेल की सुरक्षा और संरक्षा दोनों के पुनरीक्षण की आवश्यकता है।’ उन्होंने बताया कि रेल प्रशासन ने क्षतिग्रस्त पटरियों को दुरूस्त करने में तत्परता दिखाई और अब गोरखपुर लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बहाल हो गया है।
 
गौड़ा ने बताया कि दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपए और अन्य घायलों को बीस बीस हजार रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान रेलवे पहले ही कर चुका है। रेल मंत्री के साथ गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर गए।
 
रेल मंत्री विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायलों को भी देखने गए और उनका हालचाल लिया। उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो दो लाख रुपए और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
 
उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों को रेल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्य तत्परता से करने के निर्देश दिए। (भाषा)

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