उन्होंने बताया कि दोपहर करीब 12.30 बजे जब ट्रेन सिराथू स्टेशन से गुजरने वाली थी तो ठहराव नहीं होने के बावजूद रेलगाड़ी को स्टेशन पर रुकवा लिया गया। सामान्य श्रेणी के 3 डिब्बों को अलग कर दिया गया और उसमें सफर कर रहे लोगों को दूसरे डिब्बों में समायोजित करके करीब 1 घंटे बाद रेलगाड़ी को रवाना कर दिया गया।