मेट्रो रेल की सीपीआरओ इंद्राणी बनर्जी ने कहा, 'मित्रा और उनके साथी उस लिफ्ट में सवार हो गए थे जो वहां केवल रखरखाव के काम के लिए थी। किसी ने जरूर उन्हें गलत जानकारी दी होगी जिस कारण वह उस लिफ्ट में फंस गए। यह लिफ्ट दूसरी और तीसरी मंजिल के बीच अटक गई थी।'
उन्होंने कहा, 'हमारे सेवाकर्मियों ने लिफ्ट को भू तल पर खींचा जिसके बाद मित्रा और उनके साथी लिफ्ट से बाहर निकल सके।' बहरहाल मित्रा का कहना है कि वह और उनके साथी लिफ्ट में करीब एक घंटे तक फंसे रहे और फिर यह तेजी से नीचे गिरने लगी। हालांकि, मेट्रो सीपीआरओ ने उनकी इस बात को खारिज कर दिया है। (भाषा)