त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिलेगी उत्तराखंड की कमान !

उमेश चतुर्वेदी

शुक्रवार, 17 मार्च 2017 (09:49 IST)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद के लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर तकरीबन सहमति बन चुकी है। संघ प्रचारक के तौर पर काम शुरू करने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर भारतीय जनता पार्टी आलाकमान में सहमति दे दी है।
 
सूत्रों का दावा है कि 17 मार्च को देहरादून में होने जा रही विधायक दल की बैठक में उन्हें औपचारिक तौर पर विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा। जिसके बाद 18 मार्च को देहरादून के परेड ग्राउंड में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शामिल होंगे। इसकी जानकारी खुद प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट ने दी है।
 
अजय भट्ट ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए बताया है कि उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों को 17 और 18 मार्च को देहरादून में रहने के लिए निर्देशित कर दिया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 70 में से 57 सीटों पर अभूतपूर्व जीत हासिल की है। लेकिन इस लहर में भी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट रानीखेत से चुनाव हार गए हैं। माना जा रहा है कि अब रावत के नाम पर औपचारिक ऐलान होना ही बाकी है।
 
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े एक सूत्र का कहना है कि यह अजय भट्ट का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि जिस बार भारतीय जनता पार्टी राज्य की सत्ता पर काबिज होती है, अजय भट्ट चुनाव हार जाते हैं और जिस बार भारतीय जनता पार्टी राज्य की सत्ता से दूर होती है, अजय भट्ट चुनाव जीत जाते हैं। हालांकि 15 मार्च को दो विधायकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की हालत में उनके लिए सीट खाली करने का भारतीय जनता पार्टी आलाकमान को प्रस्ताव दिया था। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने इस प्रस्ताव पर विचार नहीं किया।
 
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए प्रकाश पंत और केंद्रीय मंत्री अजय टमटा के नाम पर भी विचार हुआ। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल थे। लेकिन पार्टी सूत्रों का दावा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर औपचारिक मुहर लगनी बाकी है। सूत्रों का कहना है कि रावत अच्छे  संगठक हैं।
 
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की जीत में उन्होंने जबर्दस्त भूमिका निभाई थी। तब से ही उन पर भारतीय जनता पार्टी आलाकमान की निगाह है। रावत की छवि ईमानदार और कड़क राजनेता की है। माना जा रहा है कि इसलिए भी पार्टी आलाकमान ने उत्तराखंड की कमान सौंपने के लिए उनके नाम पर गंभीरता से विचार किया। 

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