बिहार के बेगुसराय जिले के रहने वाले व्यक्ति को बीते छह महीने से सांस लेने और भोजन निगलने में दिक्कत हो रही थी। दिक्कत काफी हद तक बढ़ गई थी, जिसके बाद उसे पिछले महीने यहां सर गंगाराम अस्पताल में ‘ईएनटी एवं हेड, नेक ओन्को सर्जरी’ विभाग में लाया गया।
अस्पताल में ‘हेड, नेक ओन्को सर्जरी’ विभाग में सलाहकार डॉक्टर संगीता अग्रवाल के अनुसार कि पिछले कई वर्षों की प्रैक्टिस के दौरान, मैंने बड़े थायरॉइड ट्यूमर के 250 से अधिक ऑपरेशन किए हैं। लेकिन वजन और आकार के मामले में यह एक अनूठा मामला था, जिसमें आमतौर पर 10-15 ग्राम वजन और 3-4 सेंटीमीटर आकार वाली तितली के आकार की थाइरॉयड ग्रंथि 18-20 सेंटीमीटर के आकार वाले नारियल से भी बड़ी बन गई थी।
थायरॉयड ग्रंथि तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है, जो गर्दन के निचले हिस्से पर स्थित होती है। एडम्स एप्पल भी कहलाने वाली यह ग्रंथि ‘मेटाबॉलिज्म’ यानी चयापचय को नियंत्रित करने वाले हॉर्मोन का स्त्राव करती है। इस सर्जरी में लगभग तीन घंटे का समय लगा।