एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। ध्वस्तीकरण का कार्य कर रही एडिफिस कंपनी के अधिकारी उत्कर्ष मेहता ने बताया कि अदालत ने इस कार्य के लिए 28 अगस्त के बाद एक सप्ताह का समय और दिया है। अगर 28 अगस्त तक अंतिम विस्फोट में किसी तरह की बाधा आती है तो ही जरूरत पड़ने पर तिथि आगे बढ़ा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि विस्फोटक लगाने के लिए जरूरी मंजूरी मिल गई है।
मेहता ने बताया कि नोएडा पुलिस पलवल से दो गाड़ियों में विस्फोटक लेकर शनिवार सुबह ट्विन टावर पहुंची। एक गाड़ी में डेटोनेटर तो दूसरी गाड़ी में रील की शक्ल में विस्फोटक रखे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस की निगरानी में टावर में विस्फोटक लगाए जाएंगे और शाम को काम समाप्त होने पर बचे विस्फोटक को पलवल ले जाया जाएगा। विस्फोटक लगाने का काम केवल दिन में होगा।
इससे पहले, उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार को स्थिति रिपोर्ट पर हुई सुनवाई के दौरान नोएडा प्राधिकरण, सुपरटेक, एडिफिस इंजीनियरिंग, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट समेत दूसरी एजेंसियां उपस्थित रहीं।