नई दिल्ली। गोरखपुर से 2 महीने पहले किडनैप की गई 13 साल की जिस लड़की को उत्तर प्रदेश पुलिस 2 माह में नहीं ढूंढ पाई, उसे दिल्ली पुलिस ने 2 दिन में ढूंढ निकाला। दरअसल, दिल्ली में रहने वाली लड़की की मां ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा था कि उसे आशंका है कि उसकी गायब हुई लड़की को देह व्यापार में लगाया जा सकता है।
शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने शीर्ष अदालत में कहा कि इस मामले से संबंधित दस्तावेज उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को सौंप दिए थे। इसी बीच, दिल्ली पुलिस की एक टीम गुरुवार को ही कोलकाता पहुंची और वहां से आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लड़की भी बरामद कर ली।
इस मामले में न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि इस मामले में निश्चित तौर पर यूपी पुलिस का रिफ्लेक्शन (रवैया) दिखता है। राज्य पुलिस ने इस मामले में दो महीने का और वक्त मांगा था, जबकि मामले की गंभीरता को नहीं समझ पा रहे थे कि कितनी अर्जेंसी है।
इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि लड़की की बरामदगी के बाद मेडिकल एविडेंस और अन्य साक्ष्य जुटाकर कोर्ट में पेश करें। साथ ही औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लड़की को उसकी मां को सौंपने की बात कही। वहीं, लड़की की मां के वकील अमित पाई ने कहा कि ऐसे मामले को डील करने के लिए एक गाइडलाइंस होना जरूरी है।