उप्र में 7 चरणों में होगा मतदान, अखिलेश का बड़ा इम्तहान

बुधवार, 4 जनवरी 2017 (19:52 IST)
नई दिल्ली। देश की राजनीति की दशा और दिशा तय करने वाले राज्य उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए 11 फरवरी से लेकर आठ चरणों में मतदान होगा।
उत्तर प्रदेश का चुनाव इस बार कई मायनों में बहुत अहम है। पारिवारिक घमासान से घिरे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां एक तरफ इस चुनाव में न सिर्फ फिर से सरकार बनाने, बल्कि एक नेता के तौर पर अपने पिता की छाया से पूरी तरह बाहर निकलकर अपना एक स्वतंत्र अस्तित्व बनाने के लिए चुनावी मैदान में होंगे, वहीं यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता एवं नोटबंदी के उनके फैसले का भी बड़ा इम्तहान होगा।  
 
चुनाव आयोग ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम का ऐलान किया। इसके मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी को पहले चरण के मतदान के तहत 15 जिलों में 71 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। 11 जिलों में 67 सीटों के लिए दूसरे चरण के तहत 15 फरवरी को मतदान होगा।
 
इसी तरह तीसरे चरण में राज्य के 12 जिलों में 19 फरवरी को 69 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। चौथे और पांचवें चरण का मतदान 23 और 27 फरवरी को होगा जिसके तहत क्रमश: 53 और 52 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
 
उत्तर प्रदेश में छठे चरण के मतदान के तहत चार मार्च को 49 सीटों पर मतदान होगा। सातवें चरण का मतदान आठ मार्च को होगा जिसमें 40 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। राज्य में 138517026 मतदाता इस बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने इस बार उत्तर प्रदेश के लिए 147148 मतदान केंद्र बनाए हैं।
 
सपा में चल रहे घमासान ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है जहां भाजपा 14 साल के बाद सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है। वहीं बसपा और कांग्रेस भी इस चुनाव में अहम चुनौती पेश करेंगे। वैसे राज्य में नए राजनीतिक समीकरणों से इंकार नहीं किया जा सकता। (भाषा)

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