जम्मू। कोरोना वायरस की दहशत के चलते विश्व प्रसिद्ध वैष्णो देवी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यात्रा को स्थगित करते हुए श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से कहा है कि वे फिलहाल अपनी यात्रा को टाल दें और जो श्रद्धालु यात्रा में शामिल होने के लिए कटड़ा पहुंच चुके हैं। उन्हें सभी सावधानियां बरतते हुए यात्रा पूरी करने को कहा गया है। इससे पहले मंगलवार सुबह श्राइन बोर्ड ने गर्भजून के कपाट बंद कर दिए थे।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने मंगलवार को यात्रा से जुड़े सभी पहलुओं और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की समीक्षा की। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर सीईओ ने तीर्थयात्रियों से स्थिति के सामान्य होने तक पवित्र गुफा की तीर्थ यात्रा को स्थगित करने की अपील की है।
इस बीच, उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए ऐहतियात के लिए कई कदम उठाए गए हैं। वैष्णो देवी की यात्रा में शामिल होने के लिए कटड़ा पहुंच चुके सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा पंजीकरण काउंटर, होटल, हेलीपैड टर्मिनल पर उपलब्ध सेल्फ रिपोर्टिंग फॉर्म भरना पड़ रहा है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए आगे बढ़ने से पहले कटरा में अनिवार्य तौर पर थर्मल स्कैनिंग से गुजरना पड़ रहा है।
दरअसल कोरोना की दहशत से अब वैष्णो देवी की यात्रा भी अछूती नहीं रही है। यात्रा में जबरदस्त गिरावट और श्रद्धालुओं के खाने-पीने की सामग्री के लिए दर-ब-दर भटकने के बाद श्राइन बोर्ड ने यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है। हालांकि श्राइन बोर्ड ने यात्रा स्थगित करने का सीधा फैसला लेने की बजाय श्रद्धालुओं से इस यात्रा को फिलहाल स्थगित करने की अपील कारास्ता अपनाया है।
कोरोना वायरस के चलते मंगलवार सुबह श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने गर्भ जून गुफा के कपाट बंद कर दिए थे। यात्रा के आधार शिविर कटरा के अधिकांश होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं खाली होने लगी हैं। यहां करीब 50 फीसद अग्रिम बुकिंग रद्द हो चुकी हैं। यहां मुख्य यात्रा पंजीकरण केंद्र और मुख्य बस स्टैंड भी सूने नजर आने लगे हैं। कटरा से रेल टिकटों की बुकिंग में भी बीस फीसद की कमी आई है। यात्रा में भी गिरावट जारी है। यात्रा 12000 तक पहुंच गई है।