वाराणसी। नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मंडुवाडीह इलाके की रहने वाली शबाना के घर ईद की कोई तैयारी नहीं हो पा रही थी। क्योंकि शबाना के घर की माली हालत ऐसी नहीं थी कि ईद की तैयारी कर सकती। किसी के भी पास नए कपड़े नहीं थे तब उदास शबाना के दिमाग में एक ख्याल आया और उसने जिले के जिलाधिकारी का नंबर पता किया। नबंर मिलते ही फौरन एक मैसेज भेज दिया जिसका मजमून कुछ ऐसा था।
काशी विद्यापीठ विकासखंड के मंडुआडीह थाना अंतर्गत शिवदासपुर निवासी बिना मां-बाप की शबाना का यह मैसेज जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र के मोबाइल पर ईद से 1 दिन पूर्व रविवार को दोपहर में मिला। दिल को झकझोर देने वाले इस मैसेज को पढ़ते ही जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने शबाना को ईद की ईदी देने की मन बना लिया।
उन्होंने उप-जिलाधिकारी सदर सुशील कुमार गौड़ को तत्काल तलब किया और निर्देश दिया कि सोमवार को ईद से पहले उनकी ओर से शबाना और उसकी नानी और छोटे भाई को नए कपड़े, मिठाइयां और ईद की सेवई के लिए पैसे तत्काल पहुंचाएं।
शबाना ने जिस मोबाइल नंबर से जिलाधिकारी को मैसेज किया था, उस नंबर से घर का लोकेशन लेकर एसओ मंडुवाडीह के साथ एसडीएम सदर पहुंच गए। उप जिलाधिकारी सदर सुशील कुमार गौड़ ने आनन-फानन में शबाना के लिए सलवार-सूट, उसकी नानी के लिए साड़ी एवं उसके छोटे भाई के लिए जींस का पैंट और टीशर्ट उपहार के रूप में पैक कराते हुए, मिठाइयां लेकर शबाना के घर पहुंच गए। इतने अफसरों को घर पर आया देख शबाना डर गई लेकिन जब पता चला कि उसके मैसेज को देखकर जिलाधिकारी ने उसके लिए ईदी भेजी है तो उस के खुशी का ठिकाना ना रहा। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जिलाधिकारी को मोबाइल मैसेज से अपनी व्यथा सुनाने के बाद इतनी जल्दी फरियाद पर गौर कर लिया जाएगा।