चक्रवर्ती ने स्थानीय समाचार पत्रों की खबरें संलग्न करते हुए आरोप लगाया कि मंडल ने उन्हें ऐसा सबक सिखाने की धमकी दी जिसे वे जीवन में कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने 24 मार्च को लिखे पत्र में कहा कि मैं आपके संज्ञान में यह बात लाना चाहता हूं कि तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अनुव्रत मंडल ने चुनाव के बाद मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
चक्रवर्ती ने कहा कि इन परिस्थितियों में, मेरा आपसे अनुरोध है कि परिसर में किसी अप्रिय घटना को होने से रोकने और मेरी एवं मेरे परिजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएं। प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं।
मंडल ने 23 मार्च को जनसभा में कहा था कि एक पागल व्यक्ति विश्व भारती के कुलपति की कुर्सी पर बैठा है, जो कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद दिन में विश्वविद्यालय के सभी द्वार बंद रखता है। मंडल ने स्पष्ट रूप से चक्रवर्ती का जिक्र करते हुए कहा था कि हम चुनाव के बाद आपको लोकतांत्रिक माध्यमों से ऐसा सबक सिखाएंगे, जो आप कभी नहीं भूलेंगे। कुलपति के पत्र के संबंध में प्रतिक्रिया लेने के लिए मंडल से संपर्क नहीं हो सका। हालांकि तृणमूल नेता ने कहा कि उन्होंने चक्रवर्ती के खिलाफ स्थानीय लोगों के बढ़ते गुस्से को केवल दर्शाया था और उन्होंने किसी को धमकी नहीं दी। (भाषा)