बैठक में मौजूद लोगों के मुताबिक, जल निकासी और फ्लाईओवर परियोजना के मुद्दे पर चर्चा के दौरान डोटासरा ने पारीक को अधिकारियों का पक्ष न लेने की सलाह दी, जिसके बाद दोनों नेताओं में बहस छिड़ गई।
इन लोगों ने बताया कि डोटासरा ने जब पारीक से कहा कि सीकर में क्या हो रहा है और क्या नहीं, इसका ठेका आपके पास नहीं है, आप मेरे जैसे नेता हैं, अपनी मर्यादा में रहें, तब दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
बैठक में उपस्थित लोगों के अनुसार, पारीक ने डोटासरा से कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि रावत ने मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों नेताओं को शांत कराया। बैठक के बाद डोटासरा ने कहा कि एक बैठक में विभिन्न विकास परियोजनाओं पर चर्चा की गई।