वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने घटना के बारे में पूछने पर इतना ही बताया कि ग्रामीणों ने दोनों दरोगाओं पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है जिसके कारण घटना हुई है। आरोपी पुलिसकर्मियों और उनकी पिटाई करने वाले ग्रामीणों पर कानूनी कार्रवाई की बाबत पूछने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) को दी गई है और जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
उधर, गांववालों का आरोप है कि परीक्षितगढ़ थाने में तैनात दरोगा सत्येंद्र और प्रशिक्षु दरोगा शिवम गोविंदपुरी गांव में दीपावली पर पटाखों की बिक्री करा रहे थे जिसके लिए वे दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे थे। आरोप है कि शनिवार रात भी सत्येंद्र अपने साथी दरोगा शिवम के साथ शराब के नशे में गांव गोविंदपुरी में वसूली करने पहुंचे थे।