MCD चुनाव में 54 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की उम्मीद

रविवार, 23 अप्रैल 2017 (20:36 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आज शाम साढ़े पांच बजे मतदान खत्म हो गया। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने सुबह आठ बजे शुरू हुआ मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्वक रहने की जानकारी देते हुए मतदान 54 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान व्यक्त किया।

श्रीवास्तव ने कहा, आज दिन भर चला मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। शाम 4 बजे तक मतदान 45 प्रतिशत रहा। निर्धारित समय सीमा में मतदान केन्द्रों में प्रवेश कर चुके मतदाताओं को वोट डालने दिया जाएगा। हमें उम्मीद है कि इस बार मतदात का स्तर पिछले चुनाव में हुए 54 प्रतिशत मतदान के आंकड़े को पीछे छोड़ेगा। 
 
ज्ञात हो कि साल 2012 के निगम चुनाव में 54 प्रतिशत मतदान हुआ था। शाम चार बजे तक 59.12 लाख मतदाताओं ने वेाट डाला। इनमें सबसे ज्यादा 22.2 लाख मतदाताओं ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में वोट डाले। जबकि दक्षिणी निगम में 22 लाख मतदाताओं ने जबकि पूर्वी दिल्ली में 14.8 लाख मतदाताओं ने शाम 4 बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। तीन नगर निगमों के 272 वार्ड में से 270 वार्ड के लिए आज सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ। मौजपुर और सराय पीपल थाला वार्ड में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया।
 
नगर निगम चुनाव में दिल्ली के लगभग 1.32 करोड़ मतदाता उत्तरी निगम के 103, दक्षिणी निगम के 104 और पूर्वी निगम के 63 वार्ड के लिए हो रहे चुनाव में लगभग 13 हजार उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें भाजपा के 266, आप के 262, कांग्रेस के 267 और स्वराज इंडियाके 109 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
 
इस बीच मतदान के दौरान कई जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिली है। इसके अलावा मतदान के स्तर से जुड़े आंकड़े राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल रूम तक पहुंचाने में भी देरी का मामला सामने आया है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंट्रोल रूम तक मतदान के आंकड़े पहुंचाने में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
 
नाम गायब रहने के कारण वोट नहीं डाल पाए कई लोग : दिल्ली के कई मतदाता आज तेज धूप के बावजूद वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे, लेकिन मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण उन्हें निराश होकर घर लौटना पड़ा। दिल्ली के कई हिस्सों से ऐसी शिकायतें प्राप्त हुईं। समाधान तलाशते हुए कई लोग मतदान अधिकारियों के पास पहुंचे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जीटीबी नगर इलाके के रहने वाले और पेशे से कारोबारी पवन चौधरी एन-14 वॉर्ड के वोटर हैं। वह अपने वोटर पहचान-पत्र के साथ मतदान केंद्र पर पहुंचे, लेकिन पाया कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है।
 
चौधरी की बेटी जूही ने बताया, मेरे पिता हर चुनाव में वोट डालते हैं, लेकिन इस बार उनका नाम और उनकी तस्वीर गायब है । मतदाता सूची में हमारे आवासीय पते पर किसी और शख्स का नाम और उसकी तस्वीर थी। उन्होंने कहा, हमने चुनाव आयोग के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह अमान्य निकला। बुराड़ी के रहने वाले प्रवीण कुमार भी इसी वजह से अपना वोट नहीं डाल सके।
 
कुमार ने कहा, मैं पिछले 20 साल से अपना वोट देता रहा हूं। जब मतदान केंद्र पर कर्मियों ने मुझे बताया कि मेरा नाम सूची में नहीं है तो मैं हैरान था। वरिष्ठ मीडिया पेशेवर संजय काव को भी ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ा। काव ने कहा, मैंने पिछले साल एमसीडी उप-चुनाव में वोट डाला था, लेकिन जब कोंडली में मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचा तो मैंने पाया कि मतदाता सूची से मेरा नाम गायब है। मैंने कर्मियों से मदद मांगी लेकिन वे कुछ नहीं कर सके। 
 
दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने वोट डाले : दिल्ली  के उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने आज सुबह  अपने क्षेत्र के मतदान केन्द्र पर जाकर अपने वोट डाले। बैजल ने ग्रेटर कैलाश पार्ट टू के मतदान केन्द्र पर जाकर मतदान किया। उनके साथ उनकी पत्नी भी थी। केजरीवाल और सिसौदिया ने भी परिवार सहित अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 

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