उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में लगता है कि नियमों (संसदीय नियम) की परवाह नही की गई है, मुझ पर पक्षपात और तानाशाही रवैये का आरोप लगाया गया है। दोनों आरोप साफ तौर पर झूठे हैं। ऐसी परिस्थितियों में इस्तीफा देने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचेगी। यह पूछे जाने पर कि बुधवार को उनकी पार्टी का क्या रुख क्या होगा इस पर अध्यक्ष ने कोई टिप्पणी नहीं की।