पानी मांगा, टंकी पर चढ़ी महिलाएं...

बुधवार, 4 मई 2016 (07:54 IST)
आगरा।  ताजनगरी आगरा के तहसील परिसर में मंगलवार को भरी दुपहरी लोगों को 80 के दशक की सुपरहिट फिल्म 'शोले' का एक दृश्य याद आ गया जब पानी की मांग को लेकर दो महिलाएं वीरू के अंदाज में पानी की टंकी पर चढ़ गई। 
       
तहसील सदर में आयोजित तहसील दिवस के दौरान कई घंटे चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे को देखने के लोगों का हुजूम डटा रहा वहीं जिला प्रशासन को महिलाओं को टंकी से नीचे उतारने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। 
        
दरअसल, अकोला क्षेत्र के नगला कारे के वाशिंदे पिछले एक साल से पानी और सड़क की समस्याओं से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों ने समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारियों की चाैखट पर दर्जनों बार गुहार लगायी मगर किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी।  
  
इसे लेकर गांव की महिलाओं का सब्र टूट गया और उन्होंने बड़ी संख्या में तहसील दिवस में पहुंच कर अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन यहां भी उनकी समस्या पर किसी भी अधिकारी ने गम्भीरता नहीं दिखाई। 
 
अधिकारी ने महज खानापुर्ती कर सभी ग्रामीणों को टरकाने का काम किया जिससे गुस्साई सावित्री और मिथलेश नाम की दो महिलाएं तहसील परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गईं।
       
वीरू के अंदाज में महिलाओं ने चिल्ला कर कहा कि अगर उनके गाँव की समस्याओं के निस्तारण के लिए कोई अधिकारी पक्का आश्वासन नहीं देता है तो वे टंकी से कूद कर अपनी जान दे देंगी। उधर, महिलाओं के टंकी पर चढ़ने की जानकारी जब अधिकारियों को हुई तो उन्होने तहसील पहुंच कर महिलाओं को मनाने का प्रयास शुरू कर दिया लेकिन महिलायें टस से मस नही हुई।
       
तेज धूप में जहां गर्मी अपने शबाब पर थी वहीं दोनों महिलाओं के तेवर भी तापमान से कहीं ज्यादा खतरनाक दिख रहे थे। महिलाओं के नीचे उतरने से तैयार नहीं होने पर प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की टीम को भी मौके पर बुला लिया।

करीब ढाई से तीन घंटे तहसील में चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे का आखिरकार तब अंत हुआ जब अधिकारियों ने लिखित में समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया और दोनों महिलाएं चेहरे पर विजय का भाव लिए सकुशल नीचे आ गई। (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें