सरकार फिलहाल होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवानों को मार्शलों के रूप में प्रशिक्षण उपलब्ध करा रही है ताकि डीटीसी और नारंगी रंग की क्लस्टर बसों में अपराध, विशेषकर महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोका जा सके और कम किया जा सके।
परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'हमारी योजना के मुताबिक, पहले चरण के तहत सिविल डिफेंस और होम गार्ड के 2500 जवानों को मार्शलों के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। वे समूहों के रूप में बसों में गश्त करेंगे। हर समूह में तीन-चार मार्शल होंगे। ये जल्द ही बसों में गश्त शुरू करेंगे।'